नमस्कार दोस्तों,
मै only4us.in की तरफ से आप सब लोगों का स्वागत करते हुए आज 11 मुखी रुद्राक्ष की जानकारी ले कर आया हूँ। इस रुद्राक्ष की सीरीज में आपने अभी तक 1 से 10 मुखी रुद्राक्ष के बारे में जान चुके है। उम्मीद है इससे आपके ज्ञान में वृद्धि हुई होगी। अब हम 11 मुखी रुद्राक्ष के बारे में विस्तार से जानेंगे। की कैसे यह हमारे लिए लाभकारी सिद्ध होता है।
Read in English
11 मुखी रुद्राक्ष के ग्यारह मुखों के नाम इस प्रकार है पिंगल, भीम, कपाली, विलोहित, शास्त्र, विरुपाक्ष, अहिबुद्धने, चाँद, भव्य, शम्भू और अजपात ! ये सभी शिव स्वरुप है।
एकादस का आशीर्वाद 11 मुखी रुद्राक्ष पर बना रहता है। इस रुद्राक्ष पर हनुमानजी की विशेष कृपा रहती है। पद्म पुराण के अनुसार 11 मुखी रुद्राक्ष हनुमानजी के गुणों को अपने अंदर समाविस्ट किए हुए है। जैसे कम्युनिकेशन स्किल, बुद्धि, आत्मविश्वास, मानसिक और शारीरिक शक्ति। इन सभी गुणों को यह रुद्राक्ष अपने धारण करता को प्रदान करता है।
11 मुखी रुद्राक्ष के अंदर हमारी इन्द्रियों को नियंत्रित करने की अद्भुद शक्ति होती है। जो जातक को निडर बनाने में मदत करती है। 11 मुखी रुद्राक्ष को साक्षात् भगवन इन्द्र का आशीर्वाद प्राप्त है। ऐसा कहा जाता है की इसे धारण करने वाले के भाग्य और सौभाग्य दोनों में वृद्धि होती है। पांच मूल इन्द्रियां तथा पांच भौतिक इन्द्रियां और एक ह्रदय इन सभी को 11 मुखी रुद्राक्ष नियंत्रित करता है। इस रुद्राक्ष के द्वारा इन सभी इन्द्रियों पर विजय प्राप्त की जा सकती है। 11 मुखी रुद्राक्ष से सम्बंधित कुछ सवाल, जिनका जवाब आप जरूर जानना चाहेंगे।
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष कैसे धारण करें ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष को सिद्ध कैसे करे ? ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष की प्राण प्रतिष्ठा कैसे करे ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र क्या है ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष की पूजा कैसे की जाती है ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या होता है ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष के फायदे ?
किस दिन धारण करे ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष ?
किस राशि के लोगों को ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष किसे नहीं धारण करना चाहिए ?
क्या ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष पहनने के बाद कुछ सावधानिया भी बरतनी पड़ती है ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष के औषधीय गुण ?
किस बीमारी में काम आता है ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष का पानी कैसे बनाये ?
किस काम में आता है ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष का पानी ?
किन लोगो को पहनना चाहिए ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष की कीमत क्या है ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष की पहचान क्या है ?
क्या ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष को सोने, चाँदी या धागे में धारण कर सकते है ?
क्या महिलाओं के पर्स में 11 मुखी रुद्राक्ष रख सकते है ?
क्या 11 मुखी रुद्राक्ष ब्रेसलेट पहन सकते है ?
क्या 11 मुखी रुद्राक्ष को घर में रख सकते है ?
क्या 11 मुखी रुद्राक्ष को तिजोरी में रख सकते है ?
11 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात् कितने दिन में सक्रीय होता है ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष कैसे धारण करें ?
रुद्राक्ष धारण करने के लिये वैसे तो सोमवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है, लेकिन 11 मुखी रुद्राक्ष का संबंध हनुमान जी से है | इसलिये मंगलवार के दिन भी आप इस रुद्राक्ष को धारण कर सकते हैं | रुद्राक्ष को धारण करने के लिये लाल धागे का उपयोग करना चाहिए | 11 मुखी रुद्राक्ष के दाने को सुमेरू के रूप में पांच मुखी रुद्राक्ष की माला में लगाकर भी धारण किया जा सकता है, बस किसी भी रूप में इसे धारण करने से पहले इसकी विधिवत पूजा एवं प्राणप्रतिष्ठा जरूर कर लेनी चाहिए | इसके लिये रुद्राक्ष को गंगाजल से स्नान कराएं और उसे धूप-दीप दिखाएं | साथ ही उस पर थोड़ा सा चंदन लगाएं और सफेद पुष्प चढ़ाएं। उसके बाद शिवलिंग से 11 मुखी रुद्राक्ष को स्पर्श कराकर उस पर पंचाक्षरी मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र है " ॐ नमः शिवाय "।
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष को सिद्ध कैसे करे ? या ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष की प्राण प्रतिष्ठा कैसे करे ?
11 मुखी रुद्राक्ष का दाना स्वयं सिद्ध होता है। हमें बस उस रुद्राक्ष को अभिमंत्रित एवं प्राणप्रतिष्ठित कर के उसकी शक्तियों को जागृत करना पड़ता है। एक बार आपने अपने रुद्राक्ष को प्राणप्रतिष्ठित कर लिया तो उसके चमत्कारों को आप स्वयं महसूस कर सकते है। अपने रुद्राक्ष को सिद्ध करने के लिए या उसे प्राणप्रतिष्ठित करने के लिए या उसकी शक्तियों को जागृत करने के बारे में विस्तृत जानकारी इस लिंक में दी गयी है। अतः आप लिंक पर क्लिक कर के उस जानकारी का लाभ अवश्य उठाए। (यहाँ क्लिक करे।)
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र क्या है ?
11 मुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र
शिव पुराण के अनुसार " ॐ ह्रीं हुं नमः "
महार्णव के अनुसार " ऊँ श्रीं नमः "
पद्मपुराण के अनुसार " ऊँ श्रीं "
हो सके तो आप शिवमहापुराण के अनुसार दिए गए मंत्र से आप अपने रुद्राक्ष को सिद्ध करे।
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष की पूजा कैसे की जाती है ?
अपनी प्रति दिन की दैनिक पूजा समाप्त करने के पश्चात् आप 11 मुखी रुद्राक्ष को अपने हाथों से शिवलिंग को स्पर्श करवाकर बीज मंत्र का उच्चारण करते हुए ॐ नमः शिवाय बोलकर धारण करे।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप 11 मुखी रुद्राक्ष को बहुत जल्दी ऊर्जावान बनता है। अतः 11 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के पश्चात् प्रतिदिन कम से कम 11 बार इस मंत्र का जप अवश्य करना चाहिए।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या होता है ?
अश्वमेघ यज्ञ करने का फल प्राप्त होता है, ब्राम्हणो को गाय दान करने का जो फल प्राप्त होता है। वही फल 11 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से प्राप्त होता है। इस रुद्राक्ष की 11 धारियों को मुख कहा जाता है। और इन 11 मुखों में 11 रुद्रों का वस् होता है। ऐसे बहुत कम दुर्लभ रुद्राक्ष है जो जातक को मानसिक शांति, सौभाग्य और आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान करने में सक्षम होते है। 11 मुखी रुद्राक्ष भी उन्ही में से एक है।
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष के फायदे ?
जमीन जायजाद से सम्बंधित कोई भी कार्य हो, जैसे मकान नहीं बन पा रहा है, या जमीन नहीं मिल पा रही हो, या जमीन की कोई केस कोर्ट में चल रही हो, या प्रॉपर्टी से सम्बंधित कोई भी काम हो जिसमे अड़चन आ रही हो तो ऐसे समय 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करना बहुत शुभ होता है। क्यों की ये सारे काम मंगल ग्रह से सम्बंधित है। और 11 मुखी रुद्राक्ष मंगल ग्रह को मजबूत करता है।
धन से सम्बंधित समस्याओं में 11 मुखी रुद्राक्ष बहुत लाभ देता है। क्यों की हनुमान जी हर संकट हो हर लेते है। धंधे में बरकत देते है। 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करता को हनुमानजी का आशीर्वाद स्वतः ही प्राप्त हो जाता है।
कुंडली में यदि मंगल ग्रह कमजोर हो तो भाई से सहयोग प्राप्त नहीं होता। यदि जातक की अपने भाइयों से बिलकुल भी नहीं बनती है तो उसे 11 और 3 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए अतः 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करता को अपने भाइयों का सहयोग प्राप्त होता है।
11 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से सहस्त्रों यज्ञ का पुण्य प्राप्त होता है। यदि आप हर समय भयभीत रहते है तो आपको 11 मुखी रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए।
11 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात् आप कोई भी कार्य करे। आपको उसमे सफलता अवश्य मिलेगी। क्योंकि इसे धारण करने के पश्चात् जातक को कार्य सिद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
11 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात् शनि ग्रह के प्रतिकूल प्रभावों का सामना करने की शक्ति आ जाती है।
किस दिन धारण करे ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष ?
मंगल ग्रह को मजबूत बनाने के लिए एवं हनुमानजी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए 3 मुखी और 11 मुखी रुद्राक्ष एक साथ पहनना चाहिए।
11 मुखी रुद्राक्ष साक्षात् हनुमानजी का स्वरुप होता है। इसको धारण करने से एकादस रुद्रों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। कुछ खास दिन होते हैं इस रुद्राक्ष को धारण करने के लिए। अगर उन शुभ मुहूर्त में इसे धारण करे तो इसके चमत्कारिक लाभ मिलते है। चलिए जानते है।
१) 11 मुखी रुद्राक्ष को धारण करने का सबसे बढ़िया दिन है महाशिवरात्रि। महाशिवरात्रि के दिन इसे धारण करना उत्तम होता है।
२) आप श्रवणमास में किसी भी दिन 11 मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है। यह पावन महीना शिवजी को अति प्रिय है।
३) आप किसी भी शुभ मुहूर्त पर 11 मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है। जैसे अक्षय तृतीया, गुरुपुष्य नक्षत्र, रविपुष्य नक्षत्र, आदि।
४) आप शुक्ल पक्ष के किसी भी सोमवार को 11 मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।
५) हर महीने में जो मासिक शिवरात्रि आती है। आप उस शिवरात्रि को भी 11 मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।
६) फिर भी आपके मन में यदि शंका हो तो आप किसी भी विद्वान ब्राम्हण से शुभ मुहूर्त निकलवाकर 11 मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।
उपरोक्त जो मुहूर्त बताये गए है। उन मुहूर्त पर आप कोई भी रुद्राक्ष सिद्ध कर के धारण कर सकते है। ये सभी मुहूर्त सर्व श्रेष्ठ एवं उत्तम है।
किस राशि के लोगों को ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए ?
यदि मेष राशि के जातक 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करें तो यह उनके लिए अति शुभ होगा। यह रुद्राक्ष मंगल ग्रह के दुष्परिणामों को ख़त्म करता है और हनुमानजी की कृपा प्राप्त होती है। इसे धारण करने से जातक अपने जीवन में बहुत ऊंचाइयों तक पहुँचते है। और अपना जीवन सुखमय बना सकते है।अपनी राशि के अनुसार कौन सा रुद्राक्ष धारण करे ?
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष किसे नहीं धारण करना चाहिए ?
11 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला जातक यदि मांस मदिरा का सेवन करता है, झूठ बोलता है तो यह उसके लिए हानिकारक होता है। इस रुद्राक्ष के दुष्परिणाम उस जातक को भोगना पड़ेगा। अतः यह उचित है की वह जातक उपरोक्त कार्य तुरंत बंद कर दे। जाने रुद्राक्ष धारण करने से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी।
क्या ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष पहनने के बाद कुछ सावधानिया भी बरतनी पड़ती है ?
यदि आप 11 मुखी रुद्राक्ष धारण कर रहे है तो आपको कुछ सावधानिया अवश्य बरतनी चाहिए। अगर आपने उन सावधानियों पर ध्यान नहीं दिया तो आपको इसके नकारात्मक परिणाम का सामना करना पड़ सकता है। और आपको अपने जीवन के मुश्किल दौर का सामना करना पड़ेगा। रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात् कौन-कौन सी सावधानिया बरतनी पड़ती है यह जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष के औषधीय गुण ?
जिन लोगों को सिरदर्द, बार-बार चक्कर आने, याद्दाश्त कमजोर होने या लगातार जुकाम होने की शिकायत रहती है, उन लोगो को भी 11 मुखी रुद्राक्ष पहनने से फायदा मिलता है
किस बीमारी में काम आता है ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष ?
स्वास सम्बंधित बीमारी में 11 मुखी रुद्राक्ष बहुत लाभ प्रदान करता है। जिस जातक को दमे की शिकायत हो या स्वास फूलती रहती हो वह हरदम स्वास सम्बंधित बीमारी से ग्रसित रहता हो तो वह 11 मुखी रुद्राक्ष धारण कर के लाभ प्राप्त कर सकता है।
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष का पानी कैसे बनाये ?
11 मुखी रुद्राक्ष का पानी बनाना बहुत ही आसान है। आप रात को सोते समय एक बर्तन में पानी लें तथा उस रुद्राक्ष को उस जल में डाल दीजिये और सुबह उस जल में से रुद्राक्ष को निकल लीजिये। बस रुद्राक्ष का पानी आपके इस्तेमाल के लिए तैयार है। आप उस पानी को अपने काम में उपयोग कर सकते है।
किस काम में आता है ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष का पानी ?
11 मुखी रुद्राक्ष का जल बहुत ही फायदेमंद होता है। इससे बहुत ही लाभ होते है। 11 मुखी रुद्राक्ष का जल हमारे शरीर के लिए अमृत होता है और हमें कई बिमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। रुद्राक्ष के जल से होने वाले आश्चर्यजनक एवं हैरान कर देने वाले परिणाम के बारे में विस्तार से जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें। (Click Here)
किन लोगो को पहनना चाहिए ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष ?
जो जातक अपने जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते है। उन्हें 11 मुखी रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए।
जिन लोगों को अपने भाई का सहयोग प्राप्त नहीं होता है उन्हें भी 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
मंगल ग्रह के क्रूर प्रभाओं से जो जातक परेशान है उन्हें 11 मुखी रुद्राक्ष के साथ 3 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
जो लोग बोलने में हिचकिचाते है मतलब सब चीजे पता रहने के बावजूद भी बोल नहीं पाते उन लोगों को भी 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
सौभाग्य और उन्नति के लिए 11 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष की कीमत क्या है ?
11 मुखी रुद्राक्ष अनमोल है। फिर भी साधारण मनुष्यों के लिए यह बाजार में लगभग 511/- से लेकर तो 11500/- तक की कीमत में उपलब्ध है। आप अपनी सुविधानुसार ऑनलाइन या ऑफलाइन इसे मंगवा सकते है। और अपने काम में ले सकते है। बस एक बात का ध्यान रहे के रुद्राक्ष असली होना चाहिए। असली रुद्राक्ष की पहचान के लिए लिंक पर क्लिक करे। और जाने की कैसे पहचानते है असली रुद्राक्ष।
ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष की पहचान क्या है ?
11 मुखी रुद्राक्ष की मुख्य पहचान यह है की इसके दाने में 11 धारियाँ होती है। परन्तु आप इस रुद्राक्ष को सिर्फ धारियों से पहचानना चाहते है। तो यह गलत है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्यों की आजकल अत्याधुनिक मशीनों द्वारा रुद्राक्ष के ऊपर नकली मुखों का निर्माण किया जाता है। और इतनी सफाई से रुद्राक्ष के ऊपर कारीगरी की जाती है की उसे पहचानना मुश्किल हो जाता है। नया रुद्राक्ष लेने से पहले किसी जानकर व्यक्ति से उसके बारे में जान लेना महत्वपूर्ण है। चाहे वह जानकारी दोस्तों से मिले, इंटरनेट से मिले या कही और से मिले। मतलब सिर्फ इतना है की आपको सही चीज मिलना चाहिए। असली रुद्राक्ष की पहचान कैसे करें? एक बार इस पोस्ट को आप जरूर पढ़ें। इससे आपको असली और नकली रुद्राक्ष पहचानने में बहुत मदत मिलेगी। और हाँ। यदि आपको इस पोस्ट को पढ़ कर फायदा हुआ तो यह जानकारी अपने तक ही सिमित मत रखना। आप इसे शेयर जरूर करना।
क्या ग्यारह (11) मुखी रुद्राक्ष को सोने, चाँदी या धागे में धारण कर सकते है ?
आप यदि समर्थ है तो 11 मुखी रुद्राक्ष को सोने या चाँदी के तार में भी धारण कर सकते है। आप चाहे तो 11 मुखी रुद्राक्ष का लाकेट भी पहन सकते है। और यदि आप साधारण परिवार से है तो आप 11 मुखी रुद्राक्ष को लाल या सफ़ेद धागे में भी धारण कर सकते है। और मनचाही सफलता प्राप्त कर सकते है। यदि संभव हो तो आप रुद्राक्ष को लाल धागे में ही धारण करे। लाल धागे में रुद्राक्ष धारण करना अति शुभ होता है।
क्या महिलाओं के पर्स में 11 मुखी रुद्राक्ष रख सकते है ?
11 मुखी रुद्राक्ष में हनुमानजी एवं इंद्रदेव का आशीर्वाद है। और यह रुद्राक्ष मंगल ग्रह से सम्बंधित होता है। अतः जिसके पास यह रुद्राक्ष होता है हनुमानजी की कृपा से वह व्यक्ति निडर एवं साहसी होता है। तथा इंद्रदेव की कृपा से वह जातक इन्द्रियों के वश में नहीं अपितु इन्द्रियों को अपने वश में रखता है। यह रुद्राक्ष जातक के चारोंओर एक औरा बना देता है। और रक्षा करता है।
क्या 11 मुखी रुद्राक्ष ब्रेसलेट पहन सकते है ?
यदि आप 11 मुखी रुद्राक्ष को गले में धारण नहीं करना चाहते है तो आप इसका ब्रेसलेट बना कर पहन सकते है। 11 मुखी रुद्राक्ष का ब्रेसलेट बहुत सुन्दर बनता है। या आप 11 मुखी रुद्राक्ष को अपनी ऊपर वाली जेब में भी रख सकते है।
क्या 11 मुखी रुद्राक्ष को घर में रख सकते है ?
यदि आप 11 मुखी रुद्राक्ष को धारण नहीं करना चाहते हो तो आप अपने घर के मंदिर में 11 मुखी रुद्राक्ष को रख सकते है। और प्रति दिन इस 11 मुखी रुद्राक्ष की पूजा तथा दर्शन करने के पश्चात् ही आप घर से बहार काम पे जाएँ आपको आपके कार्य में सफलता अवश्य मिलेगी। आपको सदा यश की प्राप्ति होगी तथा आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। और आप दिन दुनि तथा रात चौगुनी तरक्की करेंगे।
क्या 11 मुखी रुद्राक्ष को तिजोरी में रख सकते है ?
11 मुखी रुद्राक्ष को आप अपनी तिजोरी में भी रख सकते है। अपने पूजा घर में भी रख सकते है। या आप अपने कार्य क्षेत्र में भी इस रुद्राक्ष को स्थापित कर सकते है। प्रतिदिन इस रुद्राक्ष की पूजा से घर में बरकत होती है।
11 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात् कितने दिन में सक्रीय होता है ?
यदि आपने असली 11 मुखी नेपाली रुद्राक्ष विधि पूर्वक प्राणप्रतिष्ठित एवं सिद्ध किया है। तथा उसे धारण किया है तो वह रुद्राक्ष केवल सात दिन में ही अपना असर दिखाना चालू कर देता है।
यह जानकारी आप (only4us.in) के माध्यम से पढ़ रहे है।
(only4us.in) सिर्फ आप के लिए...........
0 टिप्पणियाँ