धर्म अर्थ काम और मोक्ष यह चारों हर मनुष्य के जीवन के मुख्य आधार है। सभी प्रकार के भोगों का भोग करते हुए पूरा जीवन व्यतीत होने के पश्चात् हर मनुष्य का मन "मोक्ष" को प्राप्त करने के लिए व्याकुल रहता है। मोक्ष को प्राप्त करने के लिए हर मनुष्य लालायित रहता है। मोक्ष वह सपना है जिसे पूरा करने के लिए हर मनुष्य अपने जीवन की पाई पाई खर्च करने को तैयार रहता है। पर ये बात तो आपभी जानते होंगे की मोक्ष को पैसों से नहीं ख़रीदा जा सकता है। शास्त्रों के अनुसार नौमुखी रुद्राक्ष मोक्ष प्राप्त करने का एक सरल माँध्यम है। जिसके धारण करने मात्रा से मानव मोक्ष को प्राप्त कर लेता है। only4us.in की साइट में नौमुखी रुद्राक्ष से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी में आप सभी का ह्रदय से स्वागत है।
नौमुखी रुद्राक्ष को साक्षात् भैरव स्वरुप बताया गया है। भैरवनाथ की सभी शक्तिया इस नौमुखी रुद्राक्ष में समाहित है। नौमुखी रुद्राक्ष धारण करने वालों की कभी अकाल मृत्यु नहीं होती है। नौमुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला मनुष्य जीवन मरण के चक्र से मुक्त हो जाता है। शास्त्रों में ऐसा इसलिए कहा गया है क्योंकि नौमुखी रुद्राक्ष के ऊपर साक्षात यमराज का शुभ आशीर्वाद होता है। इसी लिए इसे धारण करने वाले की अकाल मृत्यु होना संभव नहीं है। और धारण करता मोक्ष को स्वतः ही प्राप्त कर लेता है।
नौ नंबर से शुरू होने वाली सभी शक्तियाँ इस रुद्राक्ष में समाहित होती है। जैसेकि नव-दुर्गा की शक्ति और नव-ग्रह की शक्ति आदि। जो जातक नवदुर्गा की आराधना करते है सदा माता के नौ रूपों का ध्यान अपने ह्रदय में करते रहते है। उनके लिए नौमुखी रुद्राक्ष साक्षात् नवदुर्गा का स्वरुप है। क्योंकि नौमुखी रुद्राक्ष के अंदर माँ दुर्गा की नव शक्तियां सदा वास् करती है। और नौमुखी रुद्राक्ष धारण करता को सदा आशीर्वाद देती है। और उसका कल्याण करती है। आइये जानते है नौमुखी रुद्राक्ष से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ।
नौमुखी रुद्राक्ष कैसे धारण करें ?
नौमुखी रुद्राक्ष को सिद्ध कैसे करे ? या नौमुखी रुद्राक्ष की प्राण प्रतिष्ठा कैसे करे ?
नौमुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र क्या है ?
नौमुखी रुद्राक्ष की पूजा कैसे की जाती है ?
नौमुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या होता है ?
नौमुखी रुद्राक्ष के फायदे ?
किस दिन धारण करे नौमुखी रुद्राक्ष ?
किस राशि के लोगों को नौमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए ?
नौमुखी रुद्राक्ष किसे नहीं धारण करना चाहिए ?
क्या नौमुखी रुद्राक्ष पहनने के बाद कुछ सावधानिया भी बरतनी पड़ती है ?
नौमुखी रुद्राक्ष के औषधीय गुण ?
किस बीमारी में काम आता है नौमुखी रुद्राक्ष ?
नौमुखी रुद्राक्ष का पानी कैसे बनाये ?
किस काम में आता है नौमुखी रुद्राक्ष का पानी ?
किन लोगो को पहनना चाहिए नौमुखी रुद्राक्ष ?
नौमुखी रुद्राक्ष की कीमत क्या है ?
नौमुखी रुद्राक्ष की पहचान क्या है ?
क्या नौमुखी रुद्राक्ष को सोने, चाँदी या धागे में धारण कर सकते है ?
महिलाओं के पर्स में नौमुखी रुद्राक्ष कैसे रखें?
क्या नौमुखी रुद्राक्ष को पर्स में रख सकते है ?
क्या नौमुखी रुद्राक्ष को घर में रख सकते है ?
क्या नौमुखी रुद्राक्ष को तिजोरी में रख सकते है ?
नौमुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात् कितने दिन में सक्रीय होता है ?
नौमुखी रुद्राक्ष कैसे धारण करें ?
नौमुखी रुद्राक्ष को सिद्ध करने के उपरांत शिवलिंग को स्पर्श करवा कर, तथा इसके बीज मंत्र का 108 बार पाठ करें। एवं "ॐ नमः शिवाय" मंत्र का जप करते हुए हमें इसे धारण करे। रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात् कुछ नियम होते है कुछ सावधानिया होती है जिनका पालन करना हर रुद्राक्ष धारण कर्ता को अति आवश्यक होता है। अगर उनका पालन नहीं किया गया तो इसके नकारात्मक परिणाम हमारे जीवन को प्रभावित करते है। अतः रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात क्या करे क्या ना करे इसके बारे में विस्तृत जानकरी के लिए यहाँ क्लिक करें।
नौमुखी रुद्राक्ष को सिद्ध कैसे करे ? या नौमुखी रुद्राक्ष की प्राण प्रतिष्ठा कैसे करे ?
नौमुखी रुद्राक्ष को जब तक प्राणप्रतिष्ठित या सिद्ध नहीं किया जाता, तब तक वह ज्यादा प्रभावित नहीं होता है। अतः हम जब भी अपनी राशि अनुसार रुद्राक्ष धारण करते है तो सबसे पहले उसे प्राणप्रतिष्ठित या सिद्ध करना चाहिए। इससे हमें रुद्राक्ष धारण करने का पूर्ण फल प्राप्त होता है। और वह रुद्राक्ष अपना पूर्ण असर दिखता है। तथा हमें सकारात्मक विचारों से भर देता है। अपने रुद्राक्ष को सिद्ध कैसे करे ? इस विषय में विस्तृत जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
नौमुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र क्या है ?
शिव-महापुराण के अनुसार नौमुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र है " !! ऊँ ह्रीं हुं नम: !! " इस मंत्र के द्वारा नौमुखी रुद्राक्ष को सिद्ध किया जाता है। नौमुखी रुद्राक्ष को सिद्ध करते समय आप कम से कम 108 बार इस मंत्र का जप करे। और ॐ नमः शिवाय बोलते हुए इसे धारण करे।
नौमुखी रुद्राक्ष की पूजा कैसे की जाती है ?
नौमुखी रुद्राक्ष की दैनिक पूजा बहुत ही आसान है। नौमुखी रुद्राक्ष को सिद्ध करने के पश्चात् पूजा के समय रुद्राक्ष को साफ पानी से स्नान करवा कर शिवलिंग के पास रख दे और महामृत्युंजय मंत्र का जप करते हुए आप अपनी दैनिक पूजा समाप्त कर लें। एवं ॐ नमः शिवाय बोलते हुए आप उस रुद्राक्ष को धारण कर सकते है। रुद्राक्ष के बारे में और महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
नौमुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या होता है ?
जिस जातक की जन्म कुंडली में नवग्रहों द्वारा अति क्रूर योग बन रहे हो। ऐसे जातक यदि नौमुखी रुद्राक्ष धारण करता है तो इससे नौग्रहों के दोष की शांति होती है। और वह अपने क्षेत्र में प्रगति करता है।
नौमुखी रुद्राक्ष के फायदे ?
जिन लोगों की सदा मृत्यु भय सताता रहता है ऐसे लोग भी नौमुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।
नौमुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले को शक्ति और वीरता की कोई कमी नहीं रहती है।
कपिल मुनि और भैरव देवता के आशीर्वाद से बहुत शक्ति शाली होता है नौमुखी रुद्राक्ष। और जीवन की सभी बाधाओं को दूर करने की क्षमता रखता है नौमुखी रुद्राक्ष।
नौमुखी रुद्राक्ष के धारण मात्र से माता नवदुर्गा करती है धन से सम्बंधित सभी समस्याओं का खात्मा।
नौमुखी रुद्राक्ष मिलता है यश, मान-सम्मान और ख्याति।
नौमुखी रुद्राक्ष के धारण करने से पैसों से सम्बंधित सारी समस्यांए होती है ख़त्म।
नौमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से ध्यान लगाने में बहुत मदत मिलती है।
नौमुखी रुद्राक्ष की नौ धारियों में होता है नवदुर्गा का वास।
गर्भ धारण शामास्यों में भी बहुत लाभकारी होता है नौमुखी रुद्राक्ष।
किस दिन धारण करे नौमुखी रुद्राक्ष ?
नौमुखी रुद्राक्ष को सदा शुभ मुहूर्त में धारण करना चाहिए। तथा जानकारों की माने तो रुद्राक्ष को सदैव शुक्ल पक्ष के किसी भी सोमवार के दिन शिवलिंग का और नौमुखी रुद्राक्ष का अभिषेक करने के पश्चात् ही धारण करना चाहिए। नौमुखी रुद्राक्ष धारण करने से जातक मानसिक तथा आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनता है। नौमुखी रुद्राक्ष को धारण करने के और भी शुभ दिन है इसके बारे में विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करे।
किस राशि के लोगों को नौमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए ?
जिस जातक की जन्म राशि मकर तथा कुम्भ हो तो वह लोग भी बिना किसी परामर्श के नौमुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है। अपनी राशि के अनुसार कौनसा रुद्राक्ष धारण करे यह जानने के लिए लिंक पर क्लीक करें।
नौमुखी रुद्राक्ष किसे नहीं धारण करना चाहिए ?
यदि आप इस जानकारी को पढ़ रहे है। और यह सोच रहे है की सिर्फ रुद्राक्ष धारण कर लेने से आपका भला होगा या कोई पत्थर धारण करने मात्र से आपका भला होगा तो मै आपको यह बता दूँ की आपकी ये सोच गलत है। आपको इस बात को समझने की जरूरत है की यह गलत क्यों है। अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करे।
क्या नौमुखी रुद्राक्ष पहनने के बाद कुछ सावधानिया भी बरतनी पड़ती है ?
जातक यदि नौमुखी रुद्राक्ष जैसी शक्ति को धारण कर रहा है तो उसे कुछ सावधानिया अवश्य बरतनी चाहिए। अगर उसने उन सावधानियों पर ध्यान नहीं दिया तो उसे इसके नकारात्मक परिणाम भुगतने पड़ेंगे। और अपने जीवन के मुश्किल दौर का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि नौमुखी रुद्राक्ष को साक्षात मृत्यु के देवता यमराज का शुभ आशीर्वाद प्राप्त है। रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात् कौन-कौन सी सावधानिया बरतनी पड़ती है यह जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
नौमुखी रुद्राक्ष के औषधीय गुण ?
नवग्रहों में मुख्य रूप से नौमुखी रुद्राक्ष के संचालक केतु ग्रह है। और जन्मकुंडली में केतु नकारात्मक परिणाम दे रहे हो तो मूत्र विकार, गुप्त रोग, गुप्तांगो से सम्बंधित रोग, नेत्रों के रोग, सर्जरी और पेट से सम्बंधित रोग जातक को तकलीफ पहुंचते है।
किस बीमारी में काम आता है नौमुखी रुद्राक्ष ?
यदि जातक को मूत्र से सम्बंधित समस्या, गुप्त रोग, गुप्तांगो से सम्बंधित रोग, नेत्रों के रोग, सर्जरी और पेट से सम्बंधित रोग हो तो ऐसे समय में नौमुखी रुद्राक्ष धारण करना अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता है।
जिस जातक को फेफड़ों से सम्बन्धी रोग और चर्म रोग ज्यादा परेशां करता है तो ऐसे लोग भी नौमुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है। उपरोक्त रोगों से सम्बंधित व्यक्ति को नौमुखी रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए।
नौमुखी रुद्राक्ष का पानी कैसे बनाये ?
नौमुखी रुद्राक्ष का पानी बनाना बहुत ही आसान है। सबसे पहले आप एक कटोरी में साफ जल ले एवं उसके अंदर नौमुखी रुद्राक्ष धोकर डाल दें। और उस जल को ढँक कर रात भर के लिए छोड़ दे। सुबह आप उस जल में से वह रुद्राक्ष निकाल ले। रुद्राक्ष का पानी आपके इस्तेमाल के लिए तैयार है। आप उस पानी को अपने काम में ले सकते है। और अपने रोगों से छुटकारा पा सकते है। यदि आप रुद्राक्ष का जल सुबह इस्तेमाल करना चाहते है तो रात में पानी बनायें और शाम को इस्तेमाल करता चाहते है तो सुबह रुद्राक्ष का पानी बनाये।
किस काम में आता है नौमुखी रुद्राक्ष का पानी ?
रुद्राक्ष का पानी एक औषधि की तरह इस्तेमाल में लिया जाता है। इसमें पाए जाने वाले खनिज लवण। इसका घनत्व आम लकड़ी से ज्यादा होता है। और इसके खनिज तत्त्व पानी में मिल कर उस पानी को औषधि का रूप दे देते है। रुद्राक्ष का जल मनुष्यों के लिए अमृततुल्य होता है। रुद्राक्ष के जल से होने वाले फायदे के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहाँ क्लिक करे। और अपने जीवन को निरोगी एवं सुखमय बनाये।
किन लोगो को पहनना चाहिए नौमुखी रुद्राक्ष ?
जिस जातक का जन्म अश्विनी नक्षत्र, मघा नक्षत्र तथा मूल नक्षत्र में होता है तो ऐसे जातक निःसंकोच नौमुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।
जिस जातक का जन्म मूलांक व जन्म भाग्यांक 7 हो तो वह लोग भी नौमुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।
जिस जातक की जन्म कुंडली में राहु तथा केतु ख़राब योग बना रहे हो ऐसे जातक भी नौमुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते है।
नौमुखी रुद्राक्ष की कीमत क्या है ?
नौमुखी रुद्राक्ष अनमोल है। फिर भी जन साधारण मनुष्यों के लिए यह बाजार में लगभग 400/- से लेकर तो 5000/- तक की कीमत में उपलब्ध है। आप अपनी सुविधानुसार ऑनलाइन या ऑफलाइन इसे मंगवा सकते है। और अपने काम में ले सकते है। बस एक बात का ध्यान रहे के रुद्राक्ष असली होना चाहिए।
नौमुखी रुद्राक्ष की पहचान क्या है ?
नौमुखी रुद्राक्ष की मुख्य पहचान यह है की इस मनके में नौ (9) धारियाँ होती है। परन्तु आप इस रुद्राक्ष को सिर्फ धारियों से पहचानना चाहते है। तो यह गलत है। क्योंकि नया रुद्राक्ष लेने से पहले उसके बारे में जान लेना महत्वपूर्ण है। चाहे वह जानकारी दोस्तों से मिले, इंटरनेट से मिले या कही और से मिले। मतलब सिर्फ इतना है की आपको सही चीज मिलना चाहिए। असली रुद्राक्ष की पहचान कैसे करें? एक बार इस पोस्ट को आप लोग जरूर पढ़ें। इससे आपको असली और नकली रुद्राक्ष पहचानने में बहुत मदत मिलेगी। और हाँ। यदि आपको इस पोस्ट को पढ़ कर फायदा हुआ तो यह जानकारी अपने तक ही सिमित मत रखना। आप इसे शेयर जरूर करना।
क्या नौमुखी रुद्राक्ष को सोने, चाँदी या धागे में धारण कर सकते है ?
जी हाँ दोस्तों यदि आप समर्थ है तो नौ मुखी रुद्राक्ष को सोने या चाँदी के तार में भी धारण कर सकते है। आप चाहे तो नौमुखी रुद्राक्ष का लाकेट भी पहन सकते है। और यदि आप साधारण परिवार से है तो आप नौमुखी रुद्राक्ष को लाल या सफ़ेद धागे में भी धारण कर सकते है। और मनचाही सफलता प्राप्त कर सकते है। यदि संभव हो तो आप रुद्राक्ष को लाल धागे में ही धारण करे।
महिलाओं के पर्स में नौमुखी रुद्राक्ष कैसे रखें?
महिलाओं को पर्स में नौमुखी रुद्राक्ष लाल कपडे में लपेट कर रखना चाहिए। इससे उनके ऊपर माँ दुर्गा का आशीर्वाद सदा बना रहता है। और माता सदा आपकी मनोकामना को पूरा करती है। एक बात विशेष ध्यान देने योग्य है की आपका पर्स चमड़े (लेदर) का नहीं होना चाहिए। बल्कि कपडे या किसी और चीज का बना होना चाहिए।
क्या नौमुखी रुद्राक्ष को पर्स में रख सकते है ?
यदि आपको मृत्यु का भय सताता रहता है या आप किसी अनजान भय, जैसे की कोई आपको मार देगा या आप दिमागी रूप से हर समय परेशान रहते हो या धन से सम्बंधित कोई भी दिक्कत हो तो ऐसे समय में आप नौमुखी रुद्राक्ष को अपने पर्स में रख सकते है। एक बात का विशेष ध्यान रहे की आपका पर्स चमड़े का नहीं होना चाहिए। यदि आप एक महिला है तो आप नौमुखी रुद्राक्ष को अपने पर्स में रखें, या गले में धारण कर लें, या ब्रेसलेट बनाके हाथों में पहन लें। और यदि आप पुरुष है तो आप नौमुखी रुद्राक्ष को अपनी ऊपर वाली जेब में रख सकते है, गले में पहन सकते है, नौमुखी रुद्राक्ष का ब्रेसलेट भी बहुत सुन्दर बनता है आप इसका ब्रेसलेट भी बना कर पहन सकते है।
क्या नौमुखी रुद्राक्ष को घर में रख सकते है ?
आपके घर में यदि सबका मन चिड़चिड़ा हो गया हो, सभी लोग एक दूसरे से ढंग से बात-चित भी ना करते हो, हर समय आपको ऐसा लगता है की किसी ना किसी से झगड़ा हो जायेगा, घर में किसी के भी मन में शांति नहीं हो या आपको यह आभास हो की सभी के मन में नकारात्मकता भरी हुई है तो ऐसे समय में आप नौमुखी रुद्राक्ष को अपने घर में रख सकते है। और उसकी पूजा कर सकते है। नौमुखी रुद्राक्ष के प्रभाव से सभी के मन में सकारात्मकता आएगी। तथा आपके घर से नकारात्मक ऊर्जा ख़त्म हो जाएगी और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। प्रति दिन नौमुखी रुद्राक्ष की पूजा तथा दर्शन करने के पश्चात् ही आप घर से बहार काम पे जाएँ आपको आपके कार्य में सफलता अवश्य मिलेगी। तथा आपका मन सदा प्रफुल्लित रहेगा।
क्या नौमुखी रुद्राक्ष को तिजोरी में रख सकते है ?
नौमुखी रुद्राक्ष एक निःसंतान दम्पति को भी संतान प्रदान कर सकता है। आप बस नौमुखी रुद्राक्ष अपने घर के पूजा स्थान में प्राणप्रतिष्ठित एवं सिद्ध करने के पश्चात् चाँदी की कटोरी में रखें। फिर देखे नौमुखी रुद्राक्ष का चमत्कार। माता नवदुर्गा कैसे आप पर प्रसन्ना होती है। और आपकी मनोकामना पूरी करती है। और हाँ नौमुखी रुद्राक्ष को आप अपने पूजा स्थान में रख सकते है। गले में धारण कर सकते है। तिजोरी में भी रख सकते है।
नौमुखी रुद्राक्ष धारण करने के पश्चात् कितने दिन में सक्रीय होता है ?
यदि आपने असली नौमुखी रुद्राक्ष विधि पूर्वक प्राणप्रतिष्ठित एवं सिद्ध किया है। तथा उसे धारण किया है तो वह रुद्राक्ष केवल सात दिन में ही अपना असर दिखाना चालू कर देता है। अर्थात असली नौमुखी सिद्ध एवं प्राणप्रतिष्ठित रुद्राक्ष केवल सात दिन में ही अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। हो सके तो नौमुखी रुद्राक्ष को लाल धागे में ही धारण करे। क्योंकि लाल रंग माता नवदुर्गा को बहुत पसंद है।
नौमुखी रुद्राक्ष का विशेष गुण
जिस स्त्री का गर्भ नहीं ठहर रहा हो उनके लिए नौमुखी रुद्राक्ष का एक खास उपाय। 3 नौमुखी रुद्राक्ष लाए तथा पती और पत्नी दोनों को नौमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। और तीसरे रुद्राक्ष को चाँदी के तार में डाल कर चाँदी की कटोरी में पानी भर कर उसमे उस रुद्राक्ष को डाल दे। तथा वह पानी पती और पत्नी दोनों पिए। ऐसा करने से स्त्री का गर्भ ठहर जाता है। बोलो ॐ नमः शिवाय। नौमुखी रुद्राक्ष संतान की प्राप्ति के लिए होता है। यदि आपके जान पहचान में कोई ऐसा हो जिसे संतान प्राप्ति की लालसा हो तो उन्हें यह पोस्ट जरूर भेजें। और पुण्य कमाने में भागीदार बने।
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