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नमस्कार साथियों,
मै only4us.in की तरफ से आपका स्वागत करता हु। और यह आशा करता हु की आपको हमारी पोस्ट पसंद आ रही होगी। आज मै आप लोगो के लिए गणेश मुखी रुद्राक्ष से सम्बंधित जानकारी ले कर आया हूँ। जैसे गणेशमुखी रुद्राक्ष कौन धारण कर सकता है ? इसे क्यों धारण करना चाहिए। किस दिन धारण करे गणेश मुखी रुद्राक्ष ? और भी बहुत से सवालो के जवाब आपको इस पोस्ट में मिलने वाले है। एक बात और बोलू, जितनी ज्यादा ख़ुशी आपको यह जानकारी पढ़ने से हो रही है। उससे ज्यादा ख़ुशी मुझे यह पोस्ट लिखने में हुई। क्यों की गणेश मुखी रुद्राक्ष के इतने सारे फायदे है की,उनका वर्णन करना मतलब सूर्य को दीपक दिखाने के बराबर है। इतना प्रभाव शाली है यह गणेशमुखी रुद्राक्ष।
गणेशमुखी रुद्राक्ष की विशेषताएं!
शास्त्रों में बताया गया है की श्री गणेश भगवान का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हमें गणेशमुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। जी हां दोस्तों गणेश भगवान की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हमें गणेश रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए। गणेश रुद्राक्ष एक ऐसा अनमोल रत्न है जिसको धारण करने से हमें श्री गणेश की कृपा प्राप्त होती है। शास्त्रों के अनुसार रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शिवजी के नेत्रों के आंसुओं के जल बिंदुओं से हुई थी। और जब उनमे रुद्राक्ष के फल लगे तो लगभग 27 प्रकार के रुद्राक्षों की उत्पत्ति हुई।
उनमे से कुछ रुद्राक्षों को मुख के आधार पर बांटा गया है। जैसे एकमुखी रुद्राक्ष, दो मुखी रुद्राक्ष 3 मुखी रुद्राक्ष आदि। जिसके बारे में तो आपको पता है। लेकिन कुछ ख़ास रुद्राक्ष भी हुए जैसे की गौरी-शंकर रुद्राक्ष, गणेश रुद्राक्ष,सवार रुद्राक्ष, बेलपत्ता रुद्राक्ष आदि। ........... (27 प्रकार के रुद्राक्षों का दर्शन करने और उनके नाम जानने के लिए क्लिक करे। ) .....इन सभी रुद्राक्षों को एक विशेष दर्जा प्राप्त है। अर्थात इन चमत्कारी रुद्राक्षों में से यदि आपके घर गणेशमुखी रुद्राक्ष हो तो आपके घर पर सदा श्री गणेशजी का आशीर्वाद रहता है। आपके चारो ओर सकारात्मक ऊर्जा का एक ओरा बन जाता है जिससे आपके सरे काम निर्विघ्न पुरे होते चले जाते है। तो चलिए जानते है इस चमत्कारी रुद्राक्ष के बारे में।
गणेश मुखी रुद्राक्ष कैसे धारण करें ?
गणेशमुखी रुद्राक्ष को लाल धागे में, सोने के तार या सोने की चैन में, चाँदी के तार में या चाँदी के चैन तथा ताम्बे में धारण किया सकता है। लेकिन रुद्राक्ष धारण करने के भी कुछ नियम होते है। यदि रुद्राक्ष को सही तरीके से धारण किया जाय तो इसका फल कई गुना बढ़ जाता है। रुद्राक्ष धारण करने के पूर्व जान ले ये महत्व पूर्ण बाते !
गणेशमुखी रुद्राक्ष को सिद्ध कैसे करे ? या गणेश मुखी रुद्राक्ष की प्राण प्रतिष्ठा कैसे करे ?
गणेशमुखी रुद्राक्ष स्वयं सिद्ध होता है। लेकिन इसे खास तरीके से सिद्ध किया जाये तो इसका प्रभाव कई गुना अधिक बढ़ जाता है। भगवन शिव के प्रसाद स्वरुप इस रुद्राक्ष को ऊर्जावान करना अति आवश्यक होता है। एक बार आपने इसे सिद्ध कर लिया तो आप इसके चमत्कारों को स्वयं महसूस कर सकते है। रुद्राक्ष को सिद्ध करने के तरीको के बारे में जानने के लिए, या रुद्राक्ष को प्राणप्रतिष्ठित करने के लिए ....। ( लिंक पर क्लिक करे )
गणेशमुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र क्या है ?
गणेशमुखी रुद्राक्ष का बीज मंत्र है " ॐ गं गणपतये नमः "। इस रुद्राक्ष की प्राणप्रतिष्ठा करते समय हमें मंत्र को 108 बार जाप करना है। क्योकि यह रुद्राक्ष है और रुद्राक्ष भगवान शिव से उत्पन्न हुआ है इसलिए हमें " ॐ नमः शिवाय " मंत्र का भी 108 बार जाप करना चाहिए। अतः इस रुद्राक्ष के लिए 2 मंत्र है।
1 - ।। ॐ गं गणपतये नमः।।
2 - ।। ॐ नमः शिवाय ।।
गणेश मुखी रुद्राक्ष की पूजा कैसे की जाती है ?
गणेशमुखी रुद्राक्ष को प्राणप्रतिष्ठित करने के बाद जब आप इसका उपयोग करने लगें। तब चतुर्थी के दिन देसी गाय के शुद्ध घी में सिंदूर मिला कर यदि इस रुद्राक्ष पर लगाया जाय तो इसका प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है। तत्पश्चात इसके समक्ष प्रार्थना और अपनी मनोकामना अपने मन में कहना चाहिए। तथा प्रति दिन आप इसे अपने पूजा में रख सकते है। पूजन के पश्चात् आप इसे धारण करके अपने काम पर जा सकते है इससे गणेश जी का आशीर्वाद सदा आप पर बना रहता है।
गणेश मुखी रुद्राक्ष पहनने से क्या होता है ?
गणेशमुखी रुद्राक्ष एक ऐसा रुद्राक्ष है जो हमारे निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ता है। जो लोग पढ़ रहे है, विद्द्या ग्रहण कर रहे है या जो विद्यार्थी है उनके लिए यह रुद्राक्ष बहुत अच्छा माना जाता है। जो लोग अक्सर दुविधा में पड़ जाते है की क्या करे या क्या ना करे। उनके लिए यह गणेश रुद्राक्ष वरदान साबित होता है। इस रुद्राक्ष को धारण करने से बुद्धि, रिद्धि तथा सिद्धि तो प्राप्त होती ही है साथ में माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती है और हमारी मनोकामना पूरी करती है।
गणेश मुखी रुद्राक्ष के फायदे ?
हमारी आर्थिक समस्याओं को खत्म करने के लिए गणेश रुद्राक्ष को धारण किया जा सकता है। गणेश रुद्राक्ष को साक्षात श्री गणेश का स्वरुप माना जाता है। इसे धारण करने के बाद हमारी बुद्धि पर इस रुद्राक्ष का बहुत ही सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
माना जाता है की गणेशमुखी रुद्राक्ष को धारण करने से जातक के समस्त कष्ट दूर हो जाते है।
गणेशमुखी रुद्राक्ष धारण करने से रोगो से मुक्ति मिलती है।
गणेशमुखी रुद्राक्ष धारण करने से विघ्नों का नाश होता है।
गणेशमुखी रुद्राक्ष धारण करने से पढाई में सफलता प्राप्त होती है।
गणेश रुद्राक्ष धारण करने से कर्ज से मुक्ति मिलती है।
गणेश रुद्राक्ष धारण करने से धन वैभव में वृद्धि होती है।
बौद्धिक विकास में गणेशमुखी रुद्राक्ष अहम् भूमिका निभाता है।
गणेश रुद्राक्ष को धारण करने से केतु ग्रह के सरे नकारात्मक प्रभाव दूर हो जाते है। इस लिए इस रुद्राक्ष को काफी चमत्कारी रुद्राक्ष माना जाता है।
किस दिन धारण करे गणेश मुखी रुद्राक्ष ?
गणेशमुखी रुद्राक्ष को धारण करने के लिए सबसे उत्तम तिथि गणेश चतुर्थी है। इस दिन यदि गणेश रुद्राक्ष धारण किया जाये तो जातक की सारी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। वैसे सोमवार का दिन भी गणेश रुद्राक्ष को धारण करने के लिए अति शुभ होता है। इस रुद्राक्ष को बुधवार के दिन भी धारण किया जा सकता है। (रुद्राक्ष धारण करने के पूर्व जान ले ये महत्वपूर्ण बातें नहीं तो होगा भारी नुकसान )
किस राशि के लोगों को गणेश मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए ?
जिस प्रकार श्री गणेशजी की पूजा सभी लोग करते है। उसी प्रकार गणेश मुखी रुद्राक्ष को कोई भी धारण कर सकता है। अपने कार्य में सफलता प्राप्ति के लिए किसी भी राशि के लोग गणेश रुद्राक्ष को धारण कर सकते है। और इसका लाभ ले सकते है।
गणेश मुखी रुद्राक्ष किसे नहीं धारण करना चाहिए ?
मांस मदिरा का सेवन करने वाले और नशीली वस्तुओं का सेवन करने वाले व्यक्तियो को गणेशमुखी रुद्राक्ष धारण
करना तथा स्पर्श करना सदा वर्जित है। ऐसा शास्त्रों में कहा गया है की ऐसा व्यक्ति यदि गणेश रुद्राक्ष धारण करता
है या स्पर्श करता है तो उसे इस रुद्राक्ष के नकारात्मक परिणामों का सामना करना पड़ सकता है।
क्या गणेशमुखी रुद्राक्ष पहनने के बाद कुछ सावधानिया भी बरतनी पड़ती है ?
जी हाँ, रुद्राक्ष धारण करने के पहले हमें कुछ सावधानिया बरतनी पड़ती है। लिंक पर क्लीक कर के सारी जानकारी ध्यान से पढ़े। ............ (Click Here) ......... एवं इसके पश्चात् ही गणेशमुखी रुद्राक्ष धारण करें।
किस बीमारी में काम आता है गणेश मुखी रुद्राक्ष ?
गणेशमुखी रुद्राक्ष हमें रिद्धि सिद्धि तो प्रदान करता ही है। साथ में यह कुछ बिमारियों में भी हमें चमत्कारिक लाभ देता है जैसे -
जिन लोगों को मानसिक अशांति रहती है टेंशन रहता है तनाव रहता है वे लोग इस रुद्राक्ष को धारण कर सकते है।
हाई BP (ब्लड प्रेसर) या लो BP में ये गणेश रुद्राक्ष बहुत असर कारक होता है।
जिन लोगों को बुरे सपने आते है नींद नहीं आती है। वे लोग भी इसे धारण कर के लाभ ले सकते है।
गणेशमुखी रुद्राक्ष आरोग्य का प्रदाता है। और बिमारियों का नाश करने वाला है।
गणेशमुखी रुद्राक्ष का पानी कैसे बनाये ?
रुद्राक्ष का पानी बनाना बहुत ही आसान है। आप रात को सोते समय एक लोटे पानी में रुद्राक्ष को डाल दीजिये और सुबह उस पानी में से रुद्राक्ष को निकल लीजिये। बस रुद्राक्ष का पानी आपके इस्तेमाल के लिए तैयार है। आप उस पानी को अपने काम में उपयोग कर सकते है।
किस काम में आता है गणेश मुखी रुद्राक्ष का पानी ?
रुद्राक्ष का जल बहुत ही चमत्कारी होता है। इससे बहुत ही फायदे होते है। यह जल हमारे शरीर के लिए अमृत होता है और हमें कई बिमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है। रुद्राक्ष के जल से होने वाले आश्चर्यजनक एवं हैरान कर देने वाले लाभ के बारे में विस्तार से जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें। (Click Here)
किन लोगो को पहनना चाहिए गणेश मुखी रुद्राक्ष ?
यदि आप किसी व्यापार के मालिक है। या लीडर है या नेता है। या जिस भी क्षेत्र में आप है और आपको निर्णय लेने में मुश्किल हो रही हो तो आप यह खुद भी समझ सकते है की किसी विपरीत परिस्थिति में लिया हुआ एक गलत निर्णय आपकी जिंदगी को नर्क बना सकता है।
सही निर्णय लेने की क्षमता का विकास करने के लिए गणेशमुखी रुद्राक्ष आपको अवश्य धारण करना चाहिए। गणेशमुखी रुद्राक्ष धारण करने के बाद आपके निर्णय (Decision) लेने की क्षमता में आश्चर्य-जनक का परिवर्तन आप स्वयं महसूस करेंगे। जिंदगी के उन निर्णायक मोढ़ों पर सही निर्णय लेना कितना जरुरी होता है यह हम सभी जानते है।
अगर उस वक्त हमने कोई भी गलत निर्णय ले लिए तो उसके नकारात्मक परिणाम हमें देखने को मिलते है। अब आप ही बताइये की कौन ऐसा व्यक्ति है जो गलत निर्णय लेना चाहेगा। जाहिर सी बात है की कोई भी व्यक्ति गलत निर्णय का चयन नहीं काना चाहेगा। मगर फिर भी कई बार हमारे निर्णय गलत हो ही जाते है। और जब गलत निर्णय हो जाते है तो हम कई समस्याओं के बीच अपने आपको घिरा हुआ पाते है। ऐसे में हमें समझ नहीं आता की अब हम क्या करे। उस समय हमारी बुद्धि काम करना बंद कर देती है।
दोस्तों जब ऐसी दुविधा जब हमारे दिमाग में चलती है तो उस समय हमें एक ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो हमें सही राह दिखा सके। हमें सही बुद्धि दे सके। मेरे ख्याल से आप सभी को यह पता ही होगा की श्री गणेश भगवान को बुद्धि, रिद्धि सिद्धि के देवता के रूप में पूजा जाता है। और केवल श्री गणेश भगवान ही है जो हमें बुद्धि और रिद्धि सिद्धि प्रदान कर सकते है। और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए हमें श्री गणेश भगवान की पूजा और आराधना करनी चाहिए। और उनका आशीर्वाद सदा हम पर बना रहे। इसके लिए जरुरी है की हम गणेश मुखी रुद्राक्ष धारण करे। किसी भी राशि के लोग इस रुद्राक्ष को अभिमंत्रित करवा कर धारण कर सकते है। रुद्राक्ष की प्राणप्रतिष्ठा कैसे करें ? या रुद्राक्ष को सिद्ध कैसे करे ? या रुद्राक्ष को अभिमंत्रित कैसे करते है ? यह जानने के लिए........... ( लिंक पर क्लिक करे )
गणेशमुखी रुद्राक्ष की कीमत क्या है ?
गणेशमुखी रुद्राक्ष बहुत ही चमत्कारिक रुद्राक्ष है। बाजार में इसकी कीमत लगभग Rs 600/- से लेकर तो Rs 11000/- तक हो सकती है। आप अपने क्षेत्र मार्केट से इसे खरीद सकते है। या फिर आप ऑनलाइन भी इसे मंगवा सकते है।
गणेश मुखी रुद्राक्ष की पहचान क्या है ?
चलिए आपको बताते है की आप कैसे पहचानोगे की यही गणेश रुद्राक्ष है। गणेशमुखी रुद्राक्ष की पहचान बहुत ही आसान है। जब आप गणेशमुखी रुद्राक्ष को अपने हाथो में ले कर गौर से देखेंगे तो आपको इस रुद्राक्ष में गणेश भगवान की आकृति दिखाई देगी। तथा एक सूंढ़ जैसा आकर या उभर इस रुद्राक्ष में रहता है। यह सूंढ़ जैसा उभार गणेशमुखी रुद्राक्ष में प्राकृतिक रूप से ही होता है। इस सूंढ़ की वजह से ही इस रुद्राक्ष की पहचान होती है। इस तरह आप गणेशमुखी रुद्राक्ष की पहचान कर सकते है।
क्या गणेश मुखी रुद्राक्ष को सोने, चाँदी या धागे में धारण कर सकते है ?
गणेशमुखी रुद्राक्ष को लाल धागे में धारण किया जा सकता है। यदि आप चाहे तो इसे सोने के तार या सोने की चैन में धारण कर सकते है। गणेशमुखी रुद्राक्ष को आप चाँदी के तार में या चाँदी के चैन में भी पिरो कर धारण कर सकते है। इस रुद्राक्ष को ताम्बे में भी धारण किया सकता है।
तो ये रही गणेशमुखी रुद्राक्ष से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी। साथियों रुद्राक्ष से सम्बंधित जानकारी इकट्ठा करने में बहुत मेहनत एवं बहुत समय लगता है। अतः आपसे विनम्र पूर्वक निवेदन है की रुद्राक्ष से सम्बंधित मै जो भी जानकारी ले कर आपके सामने आता हूँ, उसे आप अपने तक ही ना रहने दे। इसे व्हाट्सअप फेसबुक आदि social मिडिया के माध्यम से लोगों तक पहुँचाने का पुण्य जरूर प्राप्त करें। हो सकता है उसी में आपकी कोई भलाई छुपी हुई हो। ।। " कर भला तो हो भला "।। बहुत जल्द ही मै एक नई जानकारी के साथ आपके समक्ष फिर से हाजिर होऊंगा। तब तक के लिए आपसे विदा लेता हूँ।
धन्यवाद !
यह जानकारी आप (only4us.in) के माध्यम से पढ़ रहे है।
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