साथियों, हम सभी के जीवन में एक क्षण ऐसा आता है की जब हमें ना चाहते हुए भी स्पीच ( भाषण ) देना पड़ता है। यदि आप ऑफिस में है तो आप को अपनी टीम को मोटीवेट करने के लिए स्पीच देना पड़ सकता है। यदि आप किसी प्रोग्राम में हो तो आपको स्पीच देना पड़ सकता है। यदि आप स्कूल में हो तो आपको स्पीच देना पड़ सकता है। और उस समय हमारे हाथ पैर कांपने लगते है, हमें पसीने आने लगते है और यदि वह अवसर स्टेज पर जाने से है तो हाथों से माइक छूटने लगता है। हम समझ ही नहीं पाते है की उस समय हमें क्या बोलना चाहिए। दोस्तों यदि आप को ऐसा अवसर मिले तो समझ लेना की यह आप के लिए गोल्डन चांस है। क्योंकि ऐसा मौका सभी को नहीं मिलता। उस समय हमें किन किन बातो का ध्यान रखना चाहिए आज हम उसी के बारे में बात करेंगे।
स्पीच देते समय किन बातो का ध्यान रखना चाहिए ?
1 स्वयं की जानकारी।
2 लोगों की समस्याओं पर चर्चा कीजिये।
3 उन समस्याओं का समाधान दीजिये।
4 भावनात्मक स्पर्श।
5 अपने विचार प्रस्तुत करें।
6 लोगों के दिमाग को अपने विचारों की तरफ आकर्षित करें।
7 अपनी स्पीच को अंतिम स्वरुप दें।
शुरुवात कैसे करें ?
साथियों स्पीच देते समय सबसे महत्वपूर्ण बात यह होती है की लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करना। कैसे हम लोगो का ध्यान अपनी तरफ कर सकते है। यदि आपने शुरुवात में लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करलिया तो समझो की आपने 60 % मंच को जीत लिया। यदि आप स्टेज पर भाषण देने जा रहे है तो शुरुवात आप शायरी से कर सकते है। यह शायराना अंदाज आपको लोगों के दिलों में जगह बनाने में मदद करता है। एक बात याद रखें की शायरी आपके विषय से सम्बन्ध रखती हो।
उसी प्रकार आप कंपनी के कर्मचारियों को स्पीच देने जा रहे है तो आप किस विषय पर स्पीच देने जारहे हो उसी से सम्बंधित दोहे,श्लोक या शायरी से शुरुवात कर सकते है। यदि आपको शायरी नहीं आती है तो आप डायलॉग से भी शुरुवात कर सकते है। यह भी लोगो का ध्यान आकर्षित करने में बहुत मददगार साबित होता है। तो चलिए देखते है की भाषण की शुरुवात करने के बाद वो कौन से मुद्दे है जो हमें ध्यान में रखने चाहिए।
1 स्वयं की जानकारी दें।
दोस्तों आप जब भी किसी स्पीच की शुरुवात करते है तो आपको सबसे पहले आपको अपना परिचय देना चाहिए। स्वयं की जानकारी से मतलब है की आपका नाम क्या है ? आप काम क्या करते हो ? आप कौनसी कंपनी में काम करते हो ? उस कंपनी में आपकी पोस्ट क्या है ? ऐसी ही कुछ जानकारिया आपको अपनी स्पीच शुरू करते समय देनी चाइये। इससे पब्लिक का आपके ऊपर विश्वास बढ़ेगा। और वे लोग आपको ध्यान से सुनेगे। एक अच्छा वक्ता वही होता है जो अपने बारे में पूरी जानकारी दे। इसलिए आप इस बात का विशेष ध्यान दें।
2 लोगों की समस्याओं पर चर्चा कीजिये।
साथियों लोगो का ध्यान अपनी तरफ बनाये रखने के लिए आप उन समस्याओं की चर्चा कीजिये,जिनसे वे लोग जूझ रहे है। जैसे कोई मोटिवेशनल स्पीकर है तो वो ये बात जनता है की वो जिन लोगो को मोटिवेट कर रहा है उनके दिमाग में किस प्रकार का तनाव है। यदि कोई बिज़नेस कोच है तो उसे पता है की कंपनी के मालिक ने अपना सेल्स बढ़ने के लिए उसे बुलाया है। कंपनी का सेल्स काम है उसे कैसे बढ़ाना है, वो इस बात पर चर्चा करेगा। एक नेता अपने भाषण में बिजली, पानी, सड़क और ना जाने किस-किस समस्याओं पर बात करते है। उसी प्रकार आप जब कोई स्पीच देने जा रहे है तो पहले ये सुनिश्चित कर ले की वह की समस्या क्या है। इसके बाद आप आपने भाषण में उन समस्या का वर्णन करे। इससे होगा ये कि आप जिन समस्याओं का वर्णन कर रहे है पब्लिक उन समस्याओं से पहले ही जूझ रही है तो आप जैसे जैसे उनकी गिनती करवाएंगे जनता पुरे ध्यान से उसे सुनेगी और आपकी हाँ में हाँ मिलती जाएगी। याद रखिये पब्लिक कि हाँ मतलब आपकी जीत। और आपकी जीत का मतलब आपने मंच जीत लिया।
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बहुत ही सुन्दर कथा है, क्या पता पढ़ने के बाद आप के दिमाग में ये कहानी घर कर जाये। और आप इसे अमल में लाना शुरू कर दें। तो चलिए मैं आप को वो कहानी सुनाता हूँ। और हां पढ़ने के बाद शेयर जरूर करना।
3 उन समस्याओं का समाधान दीजिये।
मित्रो एक बात याद रखिये कि जो आदमी समस्याओं को बताकर उनका समाधान बताता है लोग उसकी बातों को मन लगाकर सुनते है। और वे ये सोचते है कि शायद उन समाधानों में उनकी अपनी समस्याओं का हल मिल जाये। इसलिए वे लोग ध्यान से सुनते है। तो आपने जो भी समस्याएं बताई है उनका समाधान भी अच्छे तरीके से और सरल भाषा में बताये। जैसे कि आपने कहा कि सेल्स बहुत कम आ रहा है तो सेल्स बढ़ने के जो तरीके आप बता रहे है वो असरदार होने चाहिए। साथ में इतनी सरल भाषा में होने चाहिए कि लोगों को आसानी से समझ में आ जाये। आप लोगों को मेटिवेट कर रहे है तो आपके स्पीच में इतना दम होना चाहिए कि लोग आपसे प्रभावित हो जाये। अगर कोई तनाव से ग्रस्त है तो आपकी स्पीच सुनने के बाद वो तनाव मुक्त हो जाये। और आप पर विश्वास करे। आपको अपनी स्पीच में इन बातो का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
4 भावनात्मक स्पर्श।
साथियों यह बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है। भावनात्मक स्पर्श (इमोशनल टच)। आप स्पीच देते समय कोई ऐसी बात कह दें जो लोगो के दिलों में घर कर जाये। लोग अपने मन में उस बात को हमेशा कि लिए बिठा लेते है। और आपके साथ जुड़ जाते है। उसी को कहते है इमोशनल टच (भावनात्मक स्पर्श)। यह एक बहुत बड़ा हथियार है। जब आपका काम साम, दाम, दंड, भेद से ना हो तो आप इस हथियार का इस्तेमाल कीजिये। सामने वाला आपके क़दमों में झुक जायेगा। क्योंकि आप किसी से भी जोर जबरदस्ती से सिर्फ काम करवा सकते है उसके दिल में नहीं उतर सकते। दिल में उतरने के लिए आपको सामने वाले को इमोशनल टच देना ही होगा। और एक बार आपने ये काम कर दिया तो सामने वाला ना चाहते हुए भी आपकी बात मैंने को मजबूर हो जायेगा। इसलिए जब ही आप कोई भी स्पीच देने जा रहे है तो एक बार इस विषय पर जरूर गौर फरमाए।
5 अपने विचार प्रस्तुत करें।
दोस्तों जब आपने ऊपर के सभी पॉइंट को फॉलो कर लिया, मेरा मतलब यह है कि आपने अपने बारे में बता दिया, लोगों कि समस्याओं के बारे में चर्चा भी करली, और लोगों को उनका समाधान भी बता दिया। इतना करने के बाद पब्लिक आपकी बातो को बहुत ध्यान से सुनती है। यही सही समय है, जब आपको अपने विचार प्रस्तुत करने चाहिए। मतलब आप जिस उद्देश्य से वहां गए हो, उसे पूरा करने का सही वक्त यही है। उस समय आप अपने मन के विचार लोगों के सामने रख सकते हो। और लोग आप कि बातों को ध्यान से और मन लगा कर सुनेगे। यदि आपकी बातो में दम है और उससे लोगो का भला हो सकता है तो आपके विचारो से पब्लिक सहमत हो जाएगी। लोग आपके साथ हो जायेंगे। और आपकी हर बात मानेंगे। परन्तु यदि विपरीत परिस्थिति हो गयी तो उसी समय आपको उसका जवाब मिल जायेगा। इस लिए भाषण (स्पीच) देते समय आपको पाने विचार रखने के लिए सही समय का इंतजार करना होगा। और जब वह समय आ जाये तो आप अपने विचार, अपनी आईडिया लोगो के सामने रख सकते है।
6 लोगों के दिमाग को अपने विचारों की तरफ आकर्षित करें।
साथियों हमने अपने विचारो को तो जनता के सामने रख दिया। पर क्या जनता उन विचारो से सहमत है कि नहीं। यह जानना भी अत्यंत आवश्यक है। नहीं तो पता चला कि आपने इतनी मेहनत कि, सभी पॉइंट आपने फॉलो किया और पब्लिक आपके विचारो से सहमत नहीं है तो ऐसी स्पीच का क्या फायदा। इसलिए आपको लोगों के दिमाग को अपने विचारो कि तरफ आकर्षित करना ही होगा। आप यह कैसे कर सकते है, चलिए एक उदहारण से समझते है।
मान लीजिये की आप किसी कंपनी में काम करते है और आपको टारगेट दिया गया है। उस टारगेट को पूरा करने के लिए आपको पब्लिक के बिच में जाना पड़ा। तो आप पहले ऊपर दिए गए सभी पॉइंट को फॉलो करे। इसके बाद लोगों को अपने विचारो से सम्बंधित जानकारी दीजिये। उन्हें ये बताइये की जो आप उनके लिए लेकर आये है वो उनके लिए कितना जरुरी है। उसके बगैर उनकी जिंदगी अधूरी है। उन्हें उस आईडिया की कीमत समझाइये। और समझने का तरीका इतना दमदार होना चाहिए की सामने वाले को ये एहसास हो की आज तक उसकी जिंदगी कैसे चल रही थी। और उस विचारधारा के बाद तो उसकी लाइफ ही बदल जाएगी। सामने वाला इंसान आपसे मिलने के लिए पागल हो जाना चाहिए। इसका मतलब यह हुआ की वह इंसान आपके विचारो की तरफ आकर्षित हो गया है। आपको ऐसे हे अपनी बातों की कला से लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करना चाहिए।
दोस्तों किसी अनजान आदमी के दिमाग को अपनी तरफ आकर्षित करना एक कला है। और इस कला में पारंगत होने के लिए आपको कई लोगो से मिलना पड़ सकता है। याद रखिये जनता एक ऐसी गुरु है जो बिना पैसे के हमें ज्ञान देती है। तो हमें उस फ्री के ज्ञान लेने में हर्ज ही क्या है। आप ज्यादा लोगो से बाते करे। आप जितने ज्यादा लोगो से बाते करेंगे आपके ज्ञान में उतनी ही तरक्की होगी। और आपका अनुभव उतना ही ज्यादा होता जायेगा जो आपको एक दिन आपके काम में मास्टर बना देगा।
7 अपनी स्पीच को अंतिम स्वरुप दें।
मित्रो अब आखिरी पॉइंट है की आप अपनी स्पीच को अंतिम स्वरुप दें। मतलब आप जब अपनी स्पीच ख़तम करने वाले होते है तो उस समय जो आप बोलोगे उसमे आप अपने पुरे स्पीच का जो में मुद्दा है वो बोले। ताकि लोगो को फिर से रिपीट हो जाये की आपने क्या क्या कहा था। और हो सके तो स्पीच ख़तम करते वक्त आप किसी फिल्म का डायलॉग बोल दे। ऐसा करने से लोगो में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। उनके दिमाग में आपकी एक छबि बनेगी तथा वे आप पर विश्वास करने के साथ साथ आप को याद रखेंगे।
साथियों यदि आपने ऊपर दिए गए सभी पॉइंट को फॉलो किया तो यकीं मानिये आपको एक सफल वक्त बनने से कोई भी नहीं रोक सकता। मै और भी जानकारियों के साथ फिर से आपकी सेवा मे हाजिर होऊंगा इसी वादे के साथ आपसे विदा लेता हूँ।
धन्यवाद् !
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