charting bowel sounds : चार्टिंग - Charting : charting by exception definition : bse, nse charting

bse charting, nse charting, what is charting, only4us, best stock charting website, charting creations

शेयर मार्केट एक ऐसा कुंआ है जो पुरे देश के 10% लोगों की प्यास बुझाता है बाकि 90% लोग तो अपना नुकसान करते है। आप किस % में शामिल होना चाहते है। वो आपको तय करना है। 10% या 90%। 

इस पोस्ट में हम शेयर ब्रोकिंग - Share broking के बारे में समझेंगे। वो भी उदहारण के साथ। 
" बिज़नेस हो या दुश्मनी हर चाल संभल कर ही चलना चाहिए। "


स्टॉक मार्केट में चार्टिंग - Charting क्या होती है यह कैसे काम करती है उदहारण के साथ  विस्तार पूर्वक समझाइये। 

स्टॉक मार्केट में चार्टिंग एक ऐसी तकनीक है जो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने वाले व्यक्तियों द्वारा उपयोग की जाती है। यह एक विशेष तकनीक है जिसमें आप इतिहास में हुए मूल्यों को देखकर भविष्य में क्या हो सकता है उसका अनुमान लगाने की कोशिश करते हैं। इसमें आप ग्राफ का उपयोग करते हैं, जिसमें समय के आधार पर मूल्यों के विभिन्न रूपों को दर्शाया जाता है।



चार्टिंग के लिए, आपको एक निर्दिष्ट समयावधि के लिए एक स्टॉक या एक समूह के साथ उस समयावधि में हुए मूल्यों का एक चार्ट तैयार करना होगा। इसमें समय को एक अक्ष में और मूल्यों को दूसरे अक्ष में दर्शाया जाता है। जोड़ और घटाव के उच्च और निम्न स्तर को भी दर्शाया जाता है।

चार्ट बनाने के लिए, आपको पहले चार्टिंग सॉफ्टवेयर या वेबसाइट का उपयोग करके स्टॉक या समूह के मूल्य इतिहास को डाउनलोड करना होगा। फिर, आपको चार्टिंग सॉफ्टवेयर में उन मूल्यों को लोड करना होगा। आप चार्टिंग सॉफ्टवेयर के साथ अलग-अलग तकनीकों का उपयोग करके चार्ट को अनुकूलित कर सकते हैं। चार्ट में शामिल कर सकते हैं जैसे वॉल्यूम, समयावधि, औसत, एमएसए, एसआईएम, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स और फिबोनाची रिट्रेसमेंट्स इत्यादि।

चार्टिंग के उदाहरण के लिए, सोचें कि आपके पास एक स्टॉक के मूल्यों का चार्ट है। इस चार्ट में दैनिक मूल्य अवधि के लिए मूल्य की ऊपरी सीमा, निचली सीमा, खुले मूल्य और बंद के मूल्य दिखाई देंगे। इसके साथ ही आप इस स्टॉक के निवेशकों के आधार पर दिन के अंत में अवधि के दौरान कितना वॉल्यूम ट्रेड हुआ देख सकते हैं।

आप चार्टिंग तकनीक का उपयोग करके एक उत्पाद की मूल्य वृद्धि की संभावना का अनुमान लगा सकते हैं, जिससे आप आपके निवेश के बारे में सटीक रूप से फैसला ले सकते हैं।

इसलिए, स्टॉक मार्केट में चार्टिंग तकनीक बड़े व्यापकता से इस्तेमाल की जाती है, जिससे निवेशकों को एक उत्पाद या कंपनी के मूल्य वृद्धि और गिरावट के अंकों के साथ-साथ बाजार की स्थिति के बारे में समझ मिल सकती है।

चार्टिंग के उदाहरण में एक बड़े स्केल पर बाजार के अनुसार, आप अलग-अलग समय अवधियों के लिए उत्पाद या कंपनी के मूल्य के चार्ट देख सकते हैं। इन चार्टों पर विभिन्न तकनीकी संकेत जैसे कि स्टोकास्टिक ओशिलेटर, रेटेड मीन एवरेज, एक्सपोनेंशियल मूल्यांकन और बोलिंजर बैंड्स देख सकते हैं। इन संकेतों से आप उत्पाद या कंपनी की मूल्य गिरावट की संभावना का अनुमान लगा सकते हैं।

एक अन्य उदाहरण के लिए, अगर आप एक स्टॉक के निवेश के लिए विचार कर रहे हैं तो आप उसके चार्ट में एक मूल्य स्तर स्थापित कर सकते हैं। अगर उत्पाद या कंपनी की मूल्य उस स्तर के पास जाती है तो आपका खरीद या बिक्री का आदेश जारी हो जाएगा।




चार्टिंग तकनीक न केवल बड़े वित्तीय निवेशकों के लिए चार्टिंग तकनीक न केवल बड़े वित्तीय निवेशकों के लिए उपयोगी है बल्कि छोटे निवेशकों के लिए भी बहुत उपयोगी होती है। इसे समझने में शुरुआत करने वाले निवेशक अपने निवेश के अनुकूल रिस्क व संभावित फायदे को समझने में मदद मिलती है। इसके अलावा, इसका उपयोग मार्केट ट्रेंड्स का अनुमान लगाने, ग्राफिक पैटर्न की खोज करने, शेयर मार्केट में स्टॉप लॉस की स्थापना करने और स्टॉक्स में दैनिक समाचार की तुलना में निवेश करने में मदद मिलती है।

चार्टिंग के अलावा, आप इंट्राडे और लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग के लिए भी उपयोग कर सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग में निवेशक कुछ घंटों या कुछ मिनटों के लिए एक स्टॉक में निवेश करते हैं और उसे समाप्त कर लेते हैं। इसके अलावा, लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग में निवेशक अपनी निवेश धारणा को सालों तक रखते हुए निवेश करते हैं।

संक्षेप में, चार्टिंग एक उपयोगी उपकरण है जो निवेशकों को चार्टिंग एक उपयोगी उपकरण है जो निवेशकों को स्टॉक मार्केट के बारे में संपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। इसके जरिए निवेशक मार्केट मूवमेंट को देख सकते हैं और इसके आधार पर अपने निवेश के फैसले ले सकते हैं। चार्टिंग में आप निम्नलिखित तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं:

सिम्पल मूविंग एवरेज (Simple Moving Average - SMA) : इस तकनीक में एक समयानुसार चलती मूविंग एवरेज का उपयोग किया जाता है। यह उपकरण मूल रूप से इसकी मदद से विभिन्न समयांतरों के आधार पर बेसिक ट्रेंड को देखने के लिए उपयोग किया जाता है।

बोलिंजर बैंड (Bollinger Bands) : इस तकनीक में, मूल्य की मूल्य सीमाएं और उच्च-निम्न मान का आधार लेकर एक बैंड के रूप में प्रदर्शित किया जाता है जो मूल्य के व्यापक विस्तार को दर्शाता है। यह उपकरण आमतौर पर शेयर मूल्य अनुमान करने के लिए उपयोग किया जाता है।

रिट्रेसमेंट (Retracement) : यह तकनीक मूल रूप से ट्रेंड में एक बाधा उत्पन्न होने पर, जब एक निश्चित सीमा पर पहुँचता है, वह उलझन या रिट्रेसमेंट के रूप में जाना जाता है। रिट्रेसमेंट के दौरान, मूल्य लाभ करने के लिए तैयार होता है या नुकसान से बचने के लिए बिक्री करता है। इस तकनीक का उपयोग आमतौर पर ट्रेंड में आने वाली संकटमुक्ति को खोजने और विशेष मामलों को भी समझने के लिए किया जाता है।

स्टोचास्टिक (Stochastic) : स्टोचास्टिक उपकरण इस्तेमाल करता है ताकि आप मार्केट के मूल्य बदलाव को जांच सकें और मूल्य बदलाव के लिए भविष्यवाणी कर सकें। स्टोकास्टिक में आमतौर पर दो विभाजन होते हैं - % K और % D। इसके जरिए आप मार्केट के बारे में निश्चित रूप से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और वह उच्च, मध्यम या निम्न मूल्यों पर जारी होता है।
चार्टिंग का उपयोग स्टॉक मार्केट में करीब-करीब सभी निवेशक करते हैं, चाहे वे नए हों या अनुभवी हों। यह उपकरण उन्हें स्टॉक मार्केट मूवमेंट के बारे में सही जानकारी देता है और उन्हें उनके निवेश फैसलों के लिए निर्णय लेने में मदद करता है। इसके अलावा, चार्टिंग एक ट्रेडर को बड़े समय अवधि में स्टॉक मार्केट मूवमेंट को ट्रैक करने में मदद करता है। इसलिए, अगर आप नए निवेशक हैं या अपनी ट्रेडिंग जोर देना चाहते हैं, तो चार्टिंग एक उपयोगी उपकरण हो सकता है जो आपकी ट्रेडिंग कौशल को सुधारने में मदद कर सकता है।




चार्टिंग में कुछ आम चार्ट शामिल होते हैं जैसे कि लाइन चार्ट, बार चार्ट और कैंडलस्टिक चार्ट। इनमें से लाइन चार्ट सबसे सरल चार्ट है। इसमें, समय के अनुसार एक संपत्ति की मूल्य की स्थिति एक रेखा पर दर्शाई जाती है। इसे उपयोगकर्ता द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर बनाया जाता है।

बार चार्ट में, हर बार उपयोगकर्ता की खरीदारी और बिक्री की कीमतों को बार द्वारा दर्शाया जाता है। इसमें, बार की ऊंचाई मूल्य को दर्शाती है जबकि बार का निचला भाग बिक्री की कीमत को दर्शाता है।

कैंडलस्टिक चार्ट में, हर दिन के खुले, बंद, उच्च और निम्न मूल्य को एक एकल कैंडल में दर्शाया जाता है। उच्च और निम्न मूल्य को एक लम्बी शरीर में दर्शाया जाता है, जो कैंडल का रंग प्रतिनिधित्व करता है, जबकि खुले और बंद कीमत को एक छोटे चिह्न द्वारा दर्शाया जाता है। यह चार्ट ट्रेंड के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करता है जैसा कि किस दिशा में बाजार जा रहा है, खरीदने या बेचने की विचारधारा जीत रही है या हार रही है, और कुछ अन्य ट्रेडिंग संकेतों के बारे में भी बताता है।

चार्टिंग का उदाहरण देखते हुए, यदि कोई ट्रेडर स्टॉक मार्केट के लिए एक कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग कर रहा है, तो उन्हें इस चार्ट के माध्यम से एक स्पष्ट विश्लेषण प्राप्त हो सकता है। उदाहरण के लिए, यदि एक कैंडल की ऊँचाई बहुत लम्बी है तो यह दर्शाता है कि उस दिन का मूल्य बहुत उछाल-कुछाव वाला था और बाजार अधिक उतार-चढ़ाव के साथ चल रहा था। इसके विपरीत, एक छोटा कैंडल दर्शाता है कि मूल्य बहुत अस्थिर था और बाजार एक स्थिर ट्रेंड में हो सकता है।

इस प्रकार, चार्टिंग का उपयोग ट्रेडरों को बाजार के चलन को समझने में मदद करता है और उन्हें यह जानने में सक्षम बनाता है कि वे कैसे निवेश कर सकते हैं और अपने निवेश पर नियंत्रण बनाए रख सकते हैं।




चार्टिंग के अलावा, ट्रेडरों के लिए अन्य उपकरण भी उपलब्ध हैं जो उन्हें बाजार में स्थिरता और मूल्य चलन के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। उनमें से कुछ हैं:

फंडामेंटल एनालिसिस: इसमें ट्रेडरों को कंपनी के वित्तीय रूपांतरण, लाभ और नुकसान, उत्पादों और सेवाओं के बिक्री की संख्या आदि जैसे मूल्यवर्धक और मूल्यघाटक तत्वों का विश्लेषण किया जाता है।

टेक्निकल एनालिसिस: इसमें उन उपकरणों का उपयोग किया जाता है जो चार्टिंग के लिए उपयोग किए जाते हैं और जो ट्रेंड, स्थिरता और मूल्य चलन के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं।

संदर्भ भंडार: इसमें ट्रेडरों को इतिहास में हुए बाजार दृष्टिकोण की संग्रहीत जानकारी प्रदान की जाती है। इसे इतिहासी डेटा एनालिसिस कहा जाता है।

चार्टिंग के जरिए ट्रेडिंग निष्पक्ष होती है, इसलिए यह ट्रेडरों के लिए एक लाभदायक और प्रभावी उपकरण है। अलावा, चार्टिंग के लाभों का एक अन्य उदाहरण है कि यह उन्हें उपयुक्त ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी के लिए आधार प्रदान करता है। उन्हें चार्टिंग द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी के आधार पर ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी तैयार की जाती है।

चार्टिंग के उपयोग से ट्रेडरों को अधिक संचार का अवसर भी प्राप्त होता है। वे अन्य ट्रेडरों के साथ चार्टिंग विश्लेषण का समीकरण कर सकते हैं और उनके सुझाव और अभिप्राय सुन सकते हैं। इसलिए, चार्टिंग एक महत्वपूर्ण उपकरण होता है जो ट्रेडरों को स्थिरता, मूल्य चलन और ट्रेंड के बारे में सही जानकारी प्रदान करता है।

इसलिए, चार्टिंग एक अधिकृत और प्रभावी उपकरण होता है जो ट्रेडरों को बाजार में सफलता हासिल करने में मदद करता है।


चार्टिंग विश्लेषण में अन्य एक महत्वपूर्ण उपकरण है टेक्निकल इंडिकेटर्स, जो उन्हें उचित समय पर ट्रेड करने के लिए संकेत देते हैं। टेक्निकल इंडिकेटर चार्टिंग के लिए उपलब्ध होते हैं और वे उचित समय पर खरीदारी और बिक्री करने के लिए संकेत देते हैं। कुछ उदाहरण इसमें शामिल हैं - सिंपल मूविंग एवरेज, स्टोचास्टिक ओस्किलेटर, रेलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स आदि।

चार्टिंग के अन्य फायदों में से एक है कि यह नियमित रूप से अपडेट होता है, जिससे ट्रेडरों को स्थिरता का अधिक संभव होता है। चार्टों को नियमित रूप से अपडेट करके, ट्रेडर बाजार के मूवमेंट के बारे में स्थिर रहते हुए उससे लाभ उठा सकते हैं।

समय के साथ, चार्टिंग विश्लेषण एक प्रतिस्पर्धात्मक बाजार में आवश्यक उपकरण बन गया है। इसके अलावा, इसका उपयोग आगामी मूल्य चलन और अन्य मार्केट ट्रेंड को विश्लेषित करने में भी किया जाता है।


चार्टिंग के नुकसानों में शामिल हैं कि इसका इस्तेमाल अनुभवहीन ट्रेडरों के लिए बहुत कठिन हो सकता है। सही चार्टिंग तकनीकों और टेक्निकल इंडिकेटर्स का चयन न करने से, ट्रेडर खतरे में पड़ सकते हैं और उनकी निवेश से नुकसान हो सकता है। इसलिए, चार्टिंग को समझने के लिए पूरी तरह से शिक्षित होना आवश्यक होता है।

चार्टिंग का एक और नुकसान यह होता है कि यह केवल इतिहास को देखता है और आगामी नतीजों के बारे में कोई सुझाव नहीं देता है। इसलिए, इसका उपयोग विशेषज्ञ विश्लेषण और अन्य मार्केट डेटा के साथ किया जाना चाहिए ताकि एक समर्थ विनिर्णय लिया जा सके।




चार्टिंग का अन्य एक नुकसान यह होता है कि यह लंबी अवधि के लिए मार्केट में शिक्षित लोगों को नुकसान उठाने का खतरा बढ़ाता है। ट्रेडरों को ध्यान में रखना आवश्यक होता है कि चार्टिंग दृष्टिकोण से लिए गए निर्णयों के आधार पर केवल निवेश न करें और अन्य मार्केट डेटा, विशेषज्ञ विश्लेषण, और आवश्यकतानुसार अन्य तकनीकों का उपयोग करें।

अंततः, चार्टिंग का एक अन्य नुकसान यह होता है कि इसके उपयोग से ट्रेडर अतिरिक्त खर्च कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, चार्टिंग सॉफ्टवेयर और टेक्निकल इंडिकेटर्स की खरीद के लिए पैसे खर्च करना पड़ सकता है। इसलिए, ट्रेडरों को इस बात का ध्यान रखना आवश्यक होता है कि वे अपने बजट के अनुसार इन खर्चों का समीक्षा करें और समय-समय पर इसे अपडेट करें।

समाप्तिमें, चार्टिंग के नुकसानों के बावजूद, यह एक उपयोगी टूल होता है जो ट्रेडरों को मार्केट डेटा को विश्लेषण करने और उससे विवेकपूर्ण निर्णय लेने में मदद करता है। इसलिए, ट्रेडरों को समय-समय पर चार्टिंग का उपयोग करना चाहिए, लेकिन सही शिक्षा और अनुभव के साथ।




अगर आप नये हैं और चार्टिंग के बारे में अभी अधिक जानना चाहते हैं तो आप अपने बैंक या ब्रोकर के साथ बातचीत कर सकते हैं। उन्हें आपको चार्टिंग सॉफ्टवेयर और टेक्निकल इंडिकेटर्स के बारे में जानकारी देने में मदद मिलेगी।

वैसे भी, इंटरनेट पर बहुत से नि:शुल्क और भुगतान करने वाले संसाधन उपलब्ध हैं, जहां आप चार्टिंग की विभिन्न प्रकारों के बारे में विस्तृत जानकारी पा सकते हैं। इनमें चार्टिंग सॉफ्टवेयर, ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी, ट्रेडिंग सिग्नल और ट्रेडिंग न्यूज शामिल हैं।

चार्टिंग का उपयोग शेयर मार्केट, फ्यूचर्स और ऑप्शन मार्केट, कमोडिटी मार्केट और विदेशी मुद्रा मार्केट में निवेश करने वाले ट्रेडरों द्वारा किया जाता है। चार्टिंग ट्रेडरों को मार्केट मूवमेंट की समझ में मदद करता है, उन्हें उन्नत ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी बनाने में मदद करता है और ट्रेडिंग निर्णय लेने में मदद करता है।



चार्टिंग सॉफ्टवेयर कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से कुछ पैसे वसूलते हैं जबकि कुछ मुफ्त होते हैं। इनमें शामिल हैं MetaTrader, TradingView, eSignal, NinjaTrader, StockCharts और AmiBroker। इन सॉफ्टवेयर में बहुत सारे टूल शामिल होते हैं, जिनका उपयोग चार्टिंग करने के लिए किया जाता है।

टेक्निकल इंडिकेटर एक अन्य महत्वपूर्ण टूल होता है, जो चार्टिंग सॉफ्टवेयर के साथ इस्तेमाल किया जाता है। ये टूल चार्ट में अलग-अलग पैटर्न, रेंज, ट्रेंड लाइन और अन्य बाहरी रुझानों को ध्यान में रखते हुए, मूल्य और वाल्यूम के आधार पर ट्रेडिंग सिग्नल प्रदान करते हैं।

अंततः, चार्टिंग से ट्रेडिंग में निवेश करने वाले ट्रेडर को अपने विवेक और अनुभव के साथ अच्छे निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। ट्रेडिंग सिग्नल और ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी केवल ट्रेडर को बता सकते हैं कि उन्हें क्या करना चाहिए, लेकिन फाइनल निर्णय ट्रेडर के हाथ में होता है।



चार्टिंग के साथ ट्रेडिंग करने से पहले ट्रेडर को कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। पहले, वे अपने विवेक का इस्तेमाल करते हुए सभी उपलब्ध जानकारी को ध्यान से देखना चाहिए। यह जानकारी मूल्यों, वाल्यूम, और इंडिकेटर जैसी तथ्यों को शामिल करती है। दूसरे, वे अपनी व्यक्तिगत वित्तीय लक्ष्यों, निवेश के स्तरों, और जोखिम के स्तरों को समझते हुए अपने ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी का चयन करना चाहिए।

ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी चुनते समय, ट्रेडर को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी स्ट्रैटेजी अनिवार्य रूप से उनके लिए काम करेगी या नहीं। इसलिए, उन्हें अपने संसाधनों के अनुसार एक स्ट्रैटेजी चुनना चाहिए जो उनके लक्ष्यों और निवेश के स्तरों के साथ मेल खाती हो।

चार्टिंग से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण शब्दों को समझना भी जरूरी है। कुछ अहम शब्दों में चार्ट, कैंडलस्टिक, सुपोर्ट और रेजिस्टेंस, इंडिकेटर, मूविंग एवरेज आदि शामिल हैं। ये सभी शब्द ट्रेडिंग चार्ट पर उपयोग किए जाने वाले होते हैं।

एक उदाहरण के रूप में, सोचिए कि आप एक ट्रेडर हैं जो एक स्टॉक का चार्ट देख रहे हैं और आपको स्वतंत्र रूप से उसके मूल्य की वृद्धि या गिरावट की जानकारी की आवश्यकता है। आप एक कैंडलस्टिक चार्ट का उपयोग करके उस स्टॉक का मूल्य दर्शन कर सकते हैं। कैंडलस्टिक चार्ट में, प्रत्येक कैंडल एक टाइम फ्रेम के दौरान स्थित बंद, ओपन, हाई, और लो दर्शाता है। यह जानकारी आपको उस स्टॉक के मूल्य में गिरावट या वृद्धि की स्थिति देखने में मदद करती है।

सुपोर्ट और रेजिस्टेंस भी चार्टिंग में बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। सुपोर्ट एक स्तर होता है जहाँ स्टॉक की गिरावट रुकती है और रेजिस्टेंस एक स्तर होता है जहाँ स्टॉक की वृद्धि रुकती है। ये स्तर चार्ट पर लाइन के रूप में दिखाए जाते हैं और ट्रेडर को उन रेंज को समझने में मदद करते


उदाहरण के लिए, यदि आपको सोच रहे हैं कि एक स्टॉक की कीमत 100 रुपये पर होने वाली है और यह स्तर सुपोर्ट के रूप में काम कर रहा है, तो आप अपने स्टॉप लॉस को उस स्तर के नीचे रख सकते हैं। इस तरह से, अगर स्टॉक की कीमत 100 रुपये से नीचे जाती है, तो आपका ट्रेड खत्म हो जाएगा और आपका नुकसान कम हो जाएगा। इसी तरह, यदि स्टॉक की कीमत 110 रुपये पर होने वाली है और यह स्तर रेजिस्टेंस के रूप में काम कर रहा है, तो आप अपने टेक्निकल ट्रेड को उस स्तर से ऊपर खोल सकते हैं। इस तरह से, अगर स्टॉक की कीमत 110 रुपये से ऊपर जाती है, तो आपका ट्रेड आगे बढ़ता रहेगा और आपको फायदा होगा।

चार्टिंग में और भी कई उपयोगी टूल्स होते हैं, जिनसे ट्रेडर चार्ट पर रूझान और मूल्य की गति को अधिक आसानी से समझ सकते हैं। इनमें से कुछ टूल्स निम्नलिखित हैं:

Moving Average (MA): एक MA एक स्थिर या आवेगी मूल्य होती है, जो स्टॉक की गति के बारे में जानकारी प्रदान करती है। यह मूलभूत रूप से एक साधारण अंदाज लगाने के लिए उपयोग किया जाता है कि स्टॉक का आवेगी मूल्य क्या हो सकता है। एक साधारण MA के लिए, आप संचारित दिनों की संख्या का चयन कर सकते हैं, जैसे 50 दिनों का संचारित आवेगी मूल्य।



Relative Strength Index (RSI): एक RSI चार्ट ट्रेडर को बताती है कि एक स्टॉक की कीमत अधिक खरीदी या अधिक बेची जा रही है। RSI का मूल्य 0 से 100 तक होता है और 30 से कम RSI एक अतिमूल्य खरीदी का संकेत देता है, जबकि 70 से अधिक RSI एक अतिमूल्य बिक्री का संकेत देता है।

Bollinger Bands: बोलिंगर बैंड एक स्टॉक के भाव के साथ एक साधारण दूरी की रेंज प्रदान करता है। यह दूरी की रेंज आमतौर पर स्थायी रूप से मूल्य की गति के आधार पर निर्धारित की जाती है। जब स्टॉक की कीमत बैंड के बाहर जाती है, तो यह एक उभरते या उतारते मूड का संकेत देता है।

Fibonacci Retracement: फिबोनाची रिट्रेसमेंट एक स्टॉक के भाव में संभावित रीट्रेसमेंट लेवल को निर्धारित करने में मदद करता है। यह उन निर्धारित स्तरों की विशिष्ट सूची प्रदान करता है जिन पर स्टॉक मूल्य का फिर से उछाल हो सकता है या गिरावट हो सकती है। इन स्तरों को तैयार करने के लिए, आप एक माप चुनते हैं, जैसे कि उत्तरोत्तर मूल्य के साथ गति के संबंध में ज्ञान होता है, और उस माप के अनुसार फिबोनाची संख्याएं इस्तेमाल की जाती हैं।

अंत में, चार्टिंग एक ट्रेडर के लिए बहुत महत्वपूर्ण उपकरण है जो अपने निवेश के फैसलों को लेने के लिए सूचनाओं की उपलब्धता को सुधारता है। यह एक आंकड़ों और विश्लेषण के अविरोधित श्रृंखला है जो आपको एक स्पष्ट दृष्टिकोण प्रदान करती है ताकि आप स्टॉक के आवेगी मूल्य के संदर्भ में और इसके अलावा निवेश से संबंधित और भी आवश्यक तथ्यों को समझ सकें।



चार्टिंग के अन्य फायदों में से एक यह है कि यह ट्रेडर को अपनी निवेश रणनीति को सुधारने में मदद करता है। ट्रेडर एक उचित निवेश स्तर को चुनने के लिए चार्ट के साथ अध्ययन कर सकते हैं और फिर उनके निवेश के जोखिमों को कम करने के लिए अपनी रणनीति को अधिक प्रतिस्पर्धात्मक बना सकते हैं।

चार्टिंग का एक अन्य फायदा यह है कि यह ट्रेडर को मौजूदा मूल्य गतिविधियों को ट्रैक करने में मदद करता है। इस तरह से, ट्रेडर स्टॉक मूल्यों में होने वाली बदलावों को ध्यान में रखते हुए उसकी निवेश रणनीति को बेहतर बनाने में सक्षम होता है।

एक उदाहरण के रूप में, समय-समय पर एक स्टॉक की मूल्य उसकी 50-दिनी औसत से उछाल जाती है और फिर फिर से उससे नीचे जाती है। चार्टिंग के माध्यम से, एक ट्रेडर इस विशिष्ट स्तर को अधिक समझ सकता है और अपनी रणनीति को उन निर्धारित स्तरों के आधार पर संशोधित कर सकता है जहां स्टॉक की मूल्य में उछाल हो सकता है। उस ट्रेडर ने फिर इस स्तर के नीचे एक स्टॉप लॉस आदेश रखा जो उसे निश्चित नुकसान से बचाएगा यदि स्टॉक मूल्य उस स्तर से नीचे जाता है। इस तरह से, चार्टिंग ट्रेडर को निवेश के लिए ज्यादा सुरक्षा और नियंत्रण देता है।



चार्टिंग एक महत्वपूर्ण ट्रेडिंग टूल है जो ट्रेडर को बाजार की संभावनाओं के बारे में अधिक जानकारी प्रदान करता है। चार्ट के जरिए, ट्रेडर बाजार के मूवमेंट को अधिक समझ सकता है और इससे उनकी निवेश रणनीति को संशोधित और सुधारा जा सकता है।

यह थोड़ी संक्षेप में चार्टिंग के बारे में है। आप अपने संबंधित ब्रोकर या फिनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेकर चार्टिंग का उपयोग करने के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।


आशा है कि आपको यह समझ में आ गया होगा कि स्टॉक मार्केट में चार्टिंग - Charting का महत्व क्या होता हैं। स्टॉक मार्केट में निवेश करना एक उच्च रिस्क होता है, लेकिन सही तरीके से निवेश करने से निवेशक बड़ी आय कमा सकते हैं। इसलिए, स्टॉक मार्केट में निवेश से पहले अपनी वित्तीय योजना के बारे में सोचें और समझें कि यह आपकी जरूरतों और लक्ष्यों से मेल खाता है। अगर आपके पास और कोई सवाल हो तो कृपया बताएं, मैं आपकी मदद करने के लिए सदैव तैयार हूं।

धन्यवाद 


forex market means forex trading terms forex vocabulary history of foreign exchange market rules of rudraksha, rudraksha farm, rudraksha center, rudraksha deluxe, rudraksha hub, rudraksha authentic test, rudraksha guide, rudraksha 3.0, use of rudraksha, rudraksha tree, rudraksha benefits, share market basics for beginners, share market news today, share market me paise kaise lagaye, share market news, 

#rudraksha #shiva #mahadev #bholenath #kedarnath #mahakal #shivay #omnamahshivaya #kedarnathtemple #rudrakshabeads #shiv #harharmahadev #kedarnathdham #rudra #lordshiva #india #tungnath #rudraksh #pahadi #uttarakhand #om #chopta #rudraprayag #uttarakhandi #omkareshwar #shivatemple #rudrakshamala #kedarkantha #rudranath #mahakaleshwar forex trading for beginners, only4us.in information about 6 face rudraksha, 6 mukhi rudraksha, only4us 

#happiness #heart #lifestyle #beauty #style #smile #feel #design #picoftheday #meditation #dance #wedding #artwork #me #blackandwhite #model #couple #ig #thoughts #soul #jks #amour #instadaily #psychology #fashion #expression #family #travel #peace #friends #stockmarket #stocks #investing #trading #investment #money #finance #forex #invest #nifty #investor #business #sharemarket #financialfreedom #bitcoin #trader #cryptocurrency #entrepreneur #sensex #daytrader #stock #wallstreet #wealth #nse #forextrader #bse #stockmarketindia #daytrading #stockmarketnews #forextrading #ram setu#, #ramsetu#, ram setu map, ram setu satellite, 

share market basics for beginners share market news today share market me paise kaise lagaye share market news share market live #rudraksha #shiva #mahadev #bholenath #kedarnath #mahakal #shivay #omnamahshivaya #kedarnathtemple #rudrakshabeads #shiv #harharmahadev #kedarnathdham #rudra #lordshiva #india #tungnath #rudraksh #pahadi #uttarakhand #om #chopta #rudraprayag #uttarakhandi #omkareshwar #shivatemple stock market today biz tak, stock market today buy, bitlife stock market update, bitlife stock market update mod, basics of share market, share market course, 

#webstories #google #wordpress #usatraffic #seo #framework #webstorieswordpress #stories #blogging #b #blog #html 9 mukhi rudraksha, 9 face rudraksha, nine face rudraksha, How does thinking change, new thought, my dad, mere papa, gift for dad, only4us 





यह जानकारी आप (only4us.in) के माध्यम से पढ़ रहे है। (only4us.in) सिर्फ आप के लिए...........

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ